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32 अपराधों का प्रायश्चित्त (१ )
ति रुपति मंदिर में दर्शन के बाद जो प्रसाद दिया जाता है उसमें पशुओं की चर्बी इत्यादी का मिलना इतना बढ़ा अपराध है कि उसका पश्चाताप पुराणें...
rajeshtakyr
Sep 23, 2024
32 अपराध
ति रुपति मंदिर में दर्शन के बाद जो प्रसाद दिया जाता है उसमें पशुओं की चर्बी इत्यादी का मिलना कितना बड़ा पाप है, आइये देंखें कि इस बारें...
rajeshtakyr
Sep 19, 2024
गुरु, सखा और रक्षक
मु झे महाकवि जयशंकर प्रसाद जी की कविता “आँसू” का एक अंश याद आ रहा है: “जो घनीभूत पीड़ा थी, मस्तक में स्मृति सी छाई। दुर्दिन में आँसू...
rajeshtakyr
Sep 16, 2024
555 शब्दों के कृष्ण
पु राणों में वर्णित ५० करोड़ योजन में फैले हुए ज्योतिपुंज अपने धाम गोलोक से चल कर जब पृथ्वी का दुःख दूर करने के लिए साँवला रूप बनाकर, सिर...
rajeshtakyr
Sep 15, 2024
भगवान कहाँ पर है ?
ये प्रश्न कई बार कई लोगों के हृदय में उठता होगा। शास्त्रों में इस का उत्तर कई बार कई जगह पर दिया हुआ है। सर्वप्रथम सर्वमान्य भगवद् गीता...
rajeshtakyr
Sep 15, 2024
इन सभी ब्लॉगस में वही जानकारी लिखी गई है जिसे अपनी आँखों से शास्त्रों, पुराणों या धर्मग्रंथों में पढ़ा है, कोई भी जानकारी सुनी-सुनाई हुई शामिल नहीं की है।
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