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32 अपराधों का प्रायश्चित्त ( २ )
यस्य कस्यचिन्मासस्य शुक्लपक्षस्य द्वादशीम् । उपोष्य चाष्टभक्तं तु दशैकादशमेव च॥ ११॥ प्रभातायां तु शर्वर्यामुदिते च दिवाकरे । पञ्चगव्यं...
rajeshtakyr
Sep 23, 2024
32 अपराधों का प्रायश्चित्त (१ )
ति रुपति मंदिर में दर्शन के बाद जो प्रसाद दिया जाता है उसमें पशुओं की चर्बी इत्यादी का मिलना इतना बढ़ा अपराध है कि उसका पश्चाताप पुराणें...
rajeshtakyr
Sep 23, 2024
32 अपराध
ति रुपति मंदिर में दर्शन के बाद जो प्रसाद दिया जाता है उसमें पशुओं की चर्बी इत्यादी का मिलना कितना बड़ा पाप है, आइये देंखें कि इस बारें...
rajeshtakyr
Sep 19, 2024
सच्चा झूठ
श्री गर्ग संहिता के माधुर्यखण्ड के पहले अध्याय के १०४ पृष्ठ पर एक कथा है: परिपूर्णतम स्यापिदुर्वासास्ते गुरुस्मृतः ॥ अहोतद्दर्शनं...
rajeshtakyr
Sep 14, 2024
इन सभी ब्लॉगस में वही जानकारी लिखी गई है जिसे अपनी आँखों से शास्त्रों, पुराणों या धर्मग्रंथों में पढ़ा है, कोई भी जानकारी सुनी-सुनाई हुई शामिल नहीं की है।
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